SME IPO 2023: इस साल 139 छोटे और मझोले यूनिट ने लॉन्च किया आईपीओ, मार्केट से जुटाए 3540 करोड़ रुपये
SME IPO 2023: इस साल अभी तक 139 SME ने आईपीओ के जरिए 3540 करोड़ रुपये जुटाए हैं. पिछले पूरे 2022 में 109 कंपनियों ने एसएमई IPO से 1,875 करोड़ रुपये जुटाए थे.
(Source: Pexels)
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SME IPO 2023: पारिवारिक कार्यालयों के साथ-साथ उच्च संपदा वाले व्यक्तियों (HNI) की मजबूत भागीदारी, बाजार में पर्याप्त तरलता और निवेशकों की सकारात्मक धारणा के चलते यह साल लघु एवं मझोले उपक्रमों (SME) के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) के लिए अबतक काफी अच्छा रहा है. विभिन्न इकाइयों ने इस साल अबतक 139 एसएमई IPO के जरिये 3,540 करोड़ रुपये जुटाए हैं.
2022 में आए थे 109 IPO
प्राइमडेटाबेस.कॉम द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों से यह जानकारी मिली है. पिछले पूरे 2022 में 109 कंपनियों ने एसएमई IPO से 1,875 करोड़ रुपये जुटाए थे. विशेषज्ञों ने कहा कि आगे भी एसएमई IPO के लिए परिस्थितियां अनुकूल रहने की उम्मीद है.
अरिहंत कैपिटल मार्केट्स के शोध प्रमुख अभिषेक जैन ने कहा, "विभिन्न क्षेत्रों की वृद्धि क्षमता, निवेशकों की धारणा और संभावित नियामकीय बदलाव जैसे कारकों से लघु एवं मझोली कंपनियों के लिए IPO के जरिये धन जुटाने की परिस्थतियां आगे भी अनुकूल रहने की उम्मीद है."
इस साल जुटाए 3540 करोड़ रुपये
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उद्योग के आंकड़ों के अनुसार, कुल 139 IPO ने SME मंच - BSE SME और NSE इमर्ज - पर शुरुआत की है. इस साल 20 अक्टूबर तक विभिन्न कंपनियों ने एसएमई IPO के जरिये कुल 3,540 करोड़ रुपये की राशि जुटाई है. इसके अलावा अगले सप्ताह दो कंपनियों पैरागॉन फाइन एंड स्पेशियल्टी केमिकल और ऑन डोर कॉन्सेप्ट के IPO आने वाले हैं.
इन सेक्टर से आए ज्यादा IPO
लघु एवं मझोले उपक्रम क्षेत्र की IPO लाने वाली कंपनियां मुख्य रूप सूचना प्रौद्योगिकी, FMCG (रोजमर्रा के उत्पाद बनाने वाली), वाहन कलपुर्जा, फार्मा, बुनियादी ढांचा, विज्ञापन और आतिथ्य क्षेत्र से जुड़ी हैं. इन कंपनियों ने विस्तार, कार्यशील पूंजी की जरूरत को पूरा करने और कर्ज चुकाने के लिए यह राशि जुटाई है.
क्लाइंट एसोसिएट्स के सह-संस्थापक हिमांशु कोहली ने कहा, "धन जुटाने की गतिविधियों में बाजार में तेजी की वजह से बढ़ोतरी हुई है. इसके अलावा बाजार में नकदी की स्थिति भी अच्छी है और कंपनियां अपना कारोबार बढ़ा रही हे. ऐसे में पूंजी की भारी मांग बनी हुई है. कई कंपनियां बाजार की अनुकूल परिस्थितियों का लाभ उठा रही हैं और सार्वजनिक निर्गम के जरिये पूंजी जुटा रही हैं."
ओएफएस की भी है मांग
उन्होंने कहा कि इसके अलावा बिक्री पेशकश (OFS) की भी भारी मांग है क्योंकि इन कंपनियों में निवेश करने वाले निवेशक मूल्य निकालना चाहते हैं और बाहर निकलना चाहते हैं. अकेले सितंबर माह में 37 SME IPO आए हैं. इस साल का सबसे बड़ा निर्गम स्पेक्ट्रम टैलेंट मैनेजमेंट का रहा है जिसने IPO के जरिये 105 करोड़ रुपये की राशि जुटाई है.
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12:04 PM IST